एम्स ने की टेलीफोन पर मरीजों के इलाज की व्यवस्था
नई दिल्ली. वैश्विक महामारी कोरोना वायरस को रोकने के लिए सरकार ने लाकडाउन लगाया हुआ है. वहीं इस लॉकडाउन के कारण कई सामान्य मरीजों को अलग अलग तरह की परेशानियों का सामने करना पड़ रहा है.
इसी बीच अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) दिल्ली ने नई व्यवस्था शुरू की है. एम्स ने टेलीफोन पर मरीजों के लिए इलाज करने की व्यवस्था की है. गौरतलब है कि कोरोना से लड़ाई के दौरान अधिकतर अस्पतालों में ओपीडी सेवाएं बंद कर दी गई हैं.
वहीं एम्स ने शनिवार को आधिकारिक बयान कर जारी कर कहा है कि कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों से अलग अन्य मरीजों के लिए 20 अप्रैल से नई व्यवस्था शउरू की जा रही है. इस नई व्यवस्था के तहत एम्स में इलाज किया जाएगा.
एम्स ने कहा है कि जिन मरीजों को ओपीडी में आना है वो परामर्श के लिए ऑनलाइन अप्लाई कर सकते हैं. ऑनलाइन अप्लाई करने के बाद उन्हें परामर्श की तारीख उपलब्ध कराई जाएगी. दी गई तारिख पर ही मरीज को डॉक्टर के पास आना होगा और चिकित्सीय जांच करवानी होगी.
गौरतलब है कि एम्स के ट्रॉमा सेंटर को भी कोरोना अस्पताल में बदला गया है, यानी अब अस्पताल में सिर्फ कोरोना संक्रमित मरीजों को ही इलाज मिल रहा है. कोरोना से इतर अन्य बीमारी से जूझ रहे मरीजों का इलाज नहीं हो रहा है.
दरअसल अन्य बीमारी से संबंधित मरीजों के आने से उन्हें भी कोरोना संक्रमण का खतरा बराबर बना रहता है. ऐसे में ऐहतियात के तौर पर एम्स ने ये फैसला किया है.